गंगा नदी कहां से निकलती हैं? – Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai

Join US

अगर आप इंटरनेट, गूगल या यूट्यूब पर सर्च कर रहे है, कि गंगा नदी कहां से निकलती हैं (Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai) या गंगा नदी का उद्गम स्थल कहाँ हैं, तो आज की इस पोस्ट में आप विस्तार से गंगा नदी कहां से निकलती हैं के बारे में जानेंगे।

दोस्तों अगर मैं ये प्रश्न आपसे करूं कि गंगा नदी कहाँ से निकलती हैं और कहाँ गिरती हैं। (Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai Aur Kahan Khatam Hoti Hai) तो आप या तो कोई ग्लेशियर, हिमानी या हिमनद बतायेंगे। लेकिन कई जगहों पर इसको सही भी मान लिया जाता हैं।

लेकिन मैं आपको बता दूँ कि गंगा नदी कई नदियों से मिलकर बनती हैं। तो आइये आज की इस पोस्ट में विस्तार से जानते हैं, कि गंगा नदी कहाँ से निकलती हैं और किन नदियों से मिलकर बनती हैं।

Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai

गंगा नदी कहां से निकलती हैं? – Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai

गंगा नदी का उद्गम स्थल कहाँ हैं

दोस्तों वास्तव में गंगा नदी का निर्माण दो धाराओं के मिलने से होता हैं, ये दो धाराऐं भागीरथी नदी और अलकनंदा नदी हैं, जोकि उत्तराखण्ड से ही निकलती हैं।

भागीरथी नदी उत्तराखण्ड में उत्तरकाशी जिले में गोमुख हिमनद (Gaumukh Glacier) के निकट गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती हैं और अलकनंदा नदी सतोपथ ग्लेशियर से निकलती हैं।

भागीरथी और अलकनंदा दोनों नदियाँ देवप्रयाग में मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती हैं। लेकिन देवप्रयाग से पहले अलकनंदा नदी अन्य नदियों के साथ मिलकर पांच प्रयाग बनाती हैं, जिनको हम पंच प्रयाग के नाम से जानते हैं, अर्थात अलकनंदा नदी भागीरथी नदी में मिलने से पहले अन्य नदियों से मिलती हैं।

वास्तव में अलकनंदा नदी का निर्माण भी दो धाराओं के मिलने से होता हैं – धोलीगंगा नदी और विष्णु गंगा नदी।

धोली गंगा नदी और विष्णु गंगा नदी सतोपथ ग्लेशियर से निकलती हैं। ये दोनों नदियाँ विष्णु प्रयाग में एक दूसरे से मिल जाती हैं, तो विष्णु प्रयाग में मिलने पर इसे हम अलकनंदा नदी कहते हैं।

अलकनंदा नदी में आगे कर्णप्रयाग में पिण्डार नदी आकर मिलती हैं, तथा कर्णप्रयाग से आगे रूद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में मंदाकिनी नदी आकर मिलती हैं, तथा रूद्रप्रयाग से आगे देवप्रयाग में अलकनंदा नदी से भागीरथी नदी आकर मिल जाती हैं। भागीरथी और अलकनंदा नदी की संयुक्त धारा गंगा नदी कहलाती हैं।

इन्ही दोनों नदियों की संयुक्त धारा को आगे गंगा नदी के नाम से जाना जाता हैं।

पंच प्रयाग-

  1. विष्णु प्रयाग (अलकनन्दा नदी एवं धौली गंगा के मिलन से)
  2. नन्द प्रयाग (अलकनन्दा नदी एवं नंदाकनी नदी के मिलन से)
  3. कर्ण प्रयाग (अलकनन्दा नदी एवं पिण्डारी नदी के मिलन से)
  4. रुद् प्रयाग (अलकनन्दा नदी एवं मन्दाकनी नदी के मिलन से)
  5. देवप्रयाग (अलकनन्दा एवं भागीरथी नदी के मिलन से)

गंगा नदी भारत में 5 राज्यों से प्रवाहित होते हुए बांग्लादेश में प्रवेश कर जाती हैं। अत: बांग्लादेश में वह बंगाल की खाड़ी में गिर जाती हैं। गंगा और उसकी सहायक नदियाँ मिलकर गंगा नदी तंत्र का निर्माण करती हैं, जोकि भारत का सबसे बड़ा नदी तंत्र हैं।

गंगा नदी भारत के पाँच राज्यों से होकर प्रवाहित होती हैं, जोकि निम्नलिखित हैं।

  1. उत्तराखण्ड (Uttrakhand)
  2. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)
  3. बिहार (Bihar)
  4. झारखण्ड (Jharkhand)
  5. पश्चिम बंगाल (West Bengal)

7 Mahadeep Ke Naam Hindi Mein | विश्व के 7 महाद्वीप संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी

गंगा नदी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:

  • गंगा नदी का उद्गम स्थल- गंगोत्री ग्लेशियर (गोमुख ग्लेशियर के निकट गोमुख जिला, उत्तराखण्ड);
  • गंगा नदी की लम्बाई लगभग 2525 किमी (1,569 मील);
  • कुछ क्षेत्रों में अधिकतम चौड़ाई- 240 किमी;
  • यह कुल 2 देशों से होकर गुज़रती हैं (भारत और बांग्लादेश)
  • यह डेल्टा बनाती हैं।;
  • यह भारत की सबसे लम्बी और विश्व की पाँचवी सबसे लंबी नदी हैं।
  • गंगा नदी डेल्टा भारत का सबसे बड़ा नदी डेल्टा हैं।
  • इसके डेल्टा पर सुन्दरवन पाये जाते हैं।
  • गंगा नदी को हिंदु धर्म में पवित्र माना जाता हैं, इसलिए इसकी पूजा की जाती हैं।
  • यह एक अंतर्राष्ट्रीय नदी हैं।

गंगा नदी की सहायक नदियाँ

गंगा नदी और उसकी सहायक नदियाँ मिलकर भारत के सबसे बड़े गंगा नदी तंत्र की स्थापना करती हैं। गंगा नदी तंत्र भारत का सबसे बड़ा नदी तंत्र हैं।

अगर हम गंगा नदी की सहायक नदियों की बात करे तो गंगा कई सहायक नदियाँ हैं, जिनमें कुछ नदियाँ गंगा के दाँये तट पर आकर मिलती हैं, और कुछ गंगा के बाँये तट पर आकर मिलती हैं जिनमें प्रमुख नदियाँ इस प्रकार हैं।

यमुना नदी, चम्बल नदी, रामगंगा नदी, शारदा नदी, करनाली नदी, गंडक नदी, कोसी नदी, महानन्दा नदी, सोन नदी, केन नदी, दामोदर नदी आदि गंगा की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।

गंगा के दाँये तट पर आकर मिलने वाली नदियाँ- यमुना नदी, चम्बल नदी, सिंध नदी, वेतवा नदी, केन नदी, सोन नदी, टोन्स नदी प्रमुख हैं।

गंगा के बाँये तट पर आकर मिलने वाली नदियाँ- राम गंगा नदी, गोमती नदी, घाघरा नदी, गंढक नदी, कोसी नदी, महानंदा नदी,

Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai Video

Source: YouTube

Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai FAQs

गंगा नदी कहाँ से निकलती है और कहां तक जाती है?

गंगा नदी उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी में स्थित गोमुख हिमनद से निकलती हैं। गोमुख ग्लेशियर सागर-स्तर से लगभग 7010 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं। उत्तरकाशी में इस नदी को भागीरथी नदी के नाम जाना जाता हैं, जो महाखड्ड एवं संकीर्ण घाटियों से गुजर कर दक्षिण की ओर बहती हैं।

देवप्रयाग में यह अलकनंदा नदी से मिल जाती हैं। इन दोनों नदियों की संयुक्त धारा को ही गंगा नदी कहाँ जाता हैं, गंगा नदी जब उत्तराखंड से निकलकर भारत के पाँच राज्यों में बहती हुई बांग्लादेश में प्रवेश कर जाती हैं और बांग्लादेश में बंगाल की खाड़ी में गिर जाती हैं।

गंगा नदी की लंबाई लगभग 2525 किलो मीटर हैं।

गंगा नदी का पुराना नाम क्या है?

पुराणों के अनुसार स्वर्ग में गंगा नदी को मन्दाकिनी कहाँ जाता हैं, और पाताल में भागीरथी कहते हैं।

गंगा नदी कौन से राज्य से निकलती है?

गंगा नदी भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गोमुख हिमनद के निकट गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती हैं।

गंगा नदी भारत में कहाँ से प्रवेश करती है?

गंगा नदी हिमालय से निकलती है और मैदानी इलाकों में प्रवेश करने से पहले उत्तराखंड राज्य से होकर बहती है। पहाड़ों और संकीर्ण घाटियों से यात्रा करने के बाद, गंगा नदी ऋषिकेश की घाटी में बहती है, जो देहरादून से ऊपर की ओर स्थित है।

वहां से, गंगा नदी हरिद्वार शहर में प्रवेश करती हैं, जहाँ इसे एक पवित्र शहर और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है।

हरिद्वार के बाद ही गंगा नदी भारत के मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती हैं। जिसे गंगा के मैदान के रूप में जाना जाता हैं, जो पूर्व में सैकड़ों किलोमीटर तक फैला है और लाखों लोगों का घर है।

Final Words

मैं उम्मीद करता हूँ, आपको ये गंगा नदी कहां से निकलती हैं? (Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai) से जुड़ा पोस्ट बहुत ज्यादा पसंद आया होगा।

अगर आपको भूगोल का गंगा नदी कहां से निकलती हैं? (Ganga Nadi Kahan Se Nikalti Hai Aur Kahan Khatam Hoti Hai), के बारे में पोस्ट पसंद आया हैं, तो हमें कमेंट करके जरूर बताये ताकि हम आपके लिये और भी अच्छे तरके से नये-नये टॉपिक लेकर आयें।

जिससे आप अपने किसी भी एग्जाम की तैयारी अच्छे से कर सकें, धन्यवाद

नोट:- सभी प्रश्नों को लिखने और बनाने में पूरी तरह से सावधानी बरती गयी है लेकिन फिर भी किसी भी तरह की त्रुटि या फिर किसी भी तरह की व्याकरण और भाषाई अशुद्धता के लिए हमारी वेबसाइट My Hindi GK पोर्टल और पोर्टल की टीम जिम्मेदार नहीं होगी |

Visit My Hindi Gk & Geography All Post

इन्हें भी जरूर पढ़ें

Leave a Comment